सिरसा के पत्रकार राजकमल को पीजीआई से नेत्र सर्जरी हेतू स्पीकर हरविंद्र कल्याण के हाथों दिलवाया गया आर्थिक अनुदान
लोगों की राय और दृष्टिकोण बनाने में मीडिया की अहम भूमिका – हरविंद्र कल्याण
एमडब्ल्यूबी कईं पत्रकारों के किडनी ट्रांसप्लांट और घातक बीमारी के इलाज के लिए कर चुकी लाखों की मदद
चंडीगढ़ : किसी भी प्रकार की आपदा और संकट के समय में पत्रकारों के साथ खड़ी रहने वाली संस्था मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजिस्टर्ड) की ओर से एक बार फिर से कल्याणकारी उदाहरण पेश किया गया है। एसोसिएशन की ओर से प्रदेश के दो पत्रकारों, जिनमें पलवल के पत्रकार उदयचंद माथुर को 50 हजार रुपए और सिरसा के पत्रकार राजकमल भाटिया को 21 हजार रुपए की आर्थिक मदद हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण के करकमलों द्वारा दिलाई गई। इसके अलावा भिवानी के पत्रकार मनोज मलिक की भी आर्थिक मदद करने बारे एसोसिएशन की ओर से विचार किया जा रहा है, जिनकी पत्नी पिछले दिनों अस्पताल में उपचाराधीन रही है। इस दौरान हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन अपने नाम के अनरूप पत्रकारों की वेलबिंग करने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक तथा समाज संगठन के कार्यों में मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की अहम भूमिका नजर आ रही है।
इस मौके पर मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के उत्तरी भारत के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी, उत्तरी भारत के कोषाध्यक्ष तरुण कपूर, हरियाणा के उपाध्यक्ष पवन चोपड़ा, कार्यकारी सदस्य संजय सिंह व जितेंद्र हंस इत्यादी मौजूद थे। इस मौके पर एमडब्ल्यूबी द्वारा मनीष कुमार और मेवा सिंह को हरियाणा प्रदेश की कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई। इस मौके पर जिला पलवल के अध्यक्ष गुरुदत्त गर्ग, उदयचंद माथुर, हथीन के पत्रकार गंगाराम, थानेसर शर्मा और नसीर मौजूद थे।
पत्रकारों के लिए महत्वपूर्ण पहल
हरविंद्र कल्याण ने कहा कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की यह महत्वपूर्ण पहल निसंदेह पत्रकारों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। मीडिया की गुणवत्ता बनाए रखने में मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आ रही है। कल्याण ने कहा कि जब भी देश पर कोई विपत्ति आई या फिर लोकतंत्र की आवाज को दबाने की कोशिश की गई तो मीडिया ने हमेशा उसका डटकर विरोध किया। इमरजेंसी के समय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय नेताओं और अनेक पत्रकारों को जेल में डाला गया। इमरजेंसी घोषित होते ही देश में सेंसरशीप लगा दी गई। अगले दिन समाचार पत्रों में केवल एक लाइन सेंसर लिखा हुआ आया था औऱ बाकी का पूरा अखबार खाली था। उन दिनों में समाचार पत्रों में कुछ भी नहीं छपता था। कभी तीसरे या चौथे पेज पर कोई छोटी की किसी घटना की खबर छपी हुई मिलती थी, लेकिन उस समय भी अनेक पत्रकारों को यातनाएं भी दी गई। परंतु इस पर भी समाचार पत्रों और पत्रकारों की ओर से साहस दिखाकर पत्रकारिता को जीवित रखने का काम किया गया। अखबारों पर भी सरकार का दमन चक्र चला, लेकिन उन्होंने निर्भिक होकर निष्पक्षता के साथ उन हालातों का सामना किया। देश से इमरजेंसी खत्म करवाने का श्रेय भी पत्रकार साथियों को ही है। लोकतंत्र को बहाल करवाने में पत्रकारों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
मीडिया संगठनों का महत्वपूर्ण और प्रभावशाली स्थान
हरविंद्र कल्याण ने कहा कि देश पर जब भी कोई मुसीबत आई या किसी देश का हमला हुआ तो देश वासियों का हौसला बढ़ाने के लिए मीडिया ने बड़ी भूमिका निभाई। स्वतंत्र रूप से लोगों तक जानकारी पहुंचाने के साथ लोगों की राय और दृष्टिकोण बनाने में भी मीडिया का बहुत बड़ी भूमिका निभाई। हमेशा जनता तक स्वतंत्र और निष्पक्ष रुप सले सही जानकारी पहुंचाई। कल्याण ने कहा कि किसी भी मामले में लोगों की राय औऱ दृष्टिकोण बनाने में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान रहता है। मीडिया समाज में अनेक मुद्दों में उनका दृष्टिकोण बनाने में बहुत सहयोग करते हैं। इसके साथ ही युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में अनेक प्रकार के लेख पढ़ने को मिलते है, जिससे युवाओं में देश के प्रति कर्तव्य, देश के प्रति सोच और राष्ट्र प्रेम की भावना भी जागृत होती है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया समाज में फलाई जाने वाली गलत फहमियों को भी सही दिशा दिखाने का प्रयास करने के साथ उस पर नजर भी रखते हैं। इसलिए मीडिया …